कंप्यूटर का विकास मानव इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी उन्नति में से एक रहा है। कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो विभिन्न प्रकार के मैनेजमेंट और कामो को बड़ी स्पीड और सटीकता के साथ कर सकता है। कंप्यूटर ने हमारे जीने और काम करने के तरीके को बदल दिया है, जिससे एफ्फीसेंसी में वृद्धि, कम्युनिकेशन और बड़ी मात्रा में जानकारी तक पहुंच जैसे कई लाभ मिलते हैं। आज इस लेख में हम कंप्यूटर फुल फॉर्म समेत इसके बारे में विस्तार से जानने वाले है
Computer Full Form In Hindi – कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है
कंप्यूटर का फुल फॉर्म “तकनीकी और शैक्षिक अनुसंधान के लिए जानबूझकर उपयोग की जाने वाली सामान्य ऑपरेटिंग मशीन है” और इंग्लिश में Computer Full Form Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research होती है।
Computer Ka Full Form | Computer Full Form Common Operating Machine Purposely Used for Technological and Educational Research |
कंप्यूटर फुल फॉर्म | कनीकी और शैक्षिक अनुसंधान के लिए जानबूझकर उपयोग की जाने वाली सामान्य ऑपरेटिंग मशीन है |
A To Z Full Form Computer – कंप्यूटर से जुडी सभी फुल फॉर्म
- ALU – Arithmetic Logic Unit.
- ALGOL – Algorithmic Language.
- ASCII – American Standard Code For Information Interchange.
- BASIC – Beginner’s All-purpose Symbolic Instruction Code.
- BCD – Binary Coded Decimal Code.
- CPU – Central Processing Unit.
- CAD – Computer Aided Design
कंप्यूटर क्या है?

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डेटा को प्रोसेस और स्टोर करता है। इसमें सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू), मेमोरी, स्टोरेज डिवाइस, इनपुट/आउटपुट डिवाइस और सॉफ्टवेयर जैसे विभिन्न पार्ट्स होते हैं। सीपीयू कंप्यूटर का “मस्तिष्क” है, जो कमांड को एसेक्यूट करने और कैलकुलेशन करने के लिए जिम्मेदार होता है।
RAM मेमोरी डेटा और कमांड को अस्थायी रूप से स्टोर करती है, जबकि स्टोरेज डिवाइस जैसे हार्ड ड्राइव या सॉलिड-स्टेट ड्राइव डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करते हैं। कीबोर्ड और माउस जैसे इनपुट डिवाइस उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर के साथ इंटरैक्ट करने की अनुमति देते हैं, जबकि मॉनिटर और प्रिंटर जैसे आउटपुट डिवाइस आउटपुट डिस्प्ले करते हैं।
कंप्यूटर के महत्वपूर्ण पार्ट्स
सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट):- सीपीयू कंप्यूटर का “मस्तिष्क” है और निर्देशों को एग्जीक्यूशन करने, कैलकुलेशन करने और विभिन्न पार्ट्स के बीच डेटा के प्रवाह को मैनेज करने के लिए जिम्मेदार है। कंप्यूटर की स्पीड और एफ्फीसेंसी काफी हद तक उसके CPU के परफॉर्मेंस से निर्धारित होती है।
कीबोर्ड:- कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस है जिससे उपयोगकर्ता कंप्यूटर में डेटा और कमांड टाइप करते है। इसमें कुंजियों (keys) का एक सेट होता है जो अक्षरों, संख्याओं और सिम्बल्स को रिप्रेजेंट करता है, साथ ही विशेष फ़ंक्शन कुंजियाँ (function keys) होती है जो विशिष्ट कार्य कर सकती हैं। कीबोर्ड कंप्यूटर का एक अनिवार्य हिस्सा है और इसका उपयोग टाइपिंग, प्रोग्रामिंग और गेमिंग जैसे कार्यों के लिए किया जाता है।
माउस:- माउस एक इनपुट डिवाइस है जो उपयोगकर्ताओं को ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) के साथ इंटरैक्ट करने और कंप्यूटर को नेविगेट करने की सुविधा मुहैया कराता है। यह हाथ में पकड़ने वाला एक छोटा डिवाइस है जिसे स्क्रीन पर पॉइंटर को नेविगेट करने के लिए एक स्क्रीन सरफेस से दूसरी सरफेस पर ले जाया जाता है। माउस में आमतौर पर दो या दो से अधिक बटन होते हैं जिन्हें स्क्रीन पर ऑप्शन को चुनने, खींचने और छोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
जीपीयू (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट):- जीपीयू एक विशेष प्रोसेसर है जिसे ग्राफिक्स और वीडियो प्रोसेसिंग के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह इमेज, वीडियो और एनिमेशन को स्क्रीन पर रेंडर करने के लिए काम करता है। गेमिंग, वीडियो एडिटिंग और 3D मॉडलिंग जैसे कार्यों के लिए GPU विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
प्रिंटर:- प्रिंटर एक आउटपुट डिवाइस है जो उपयोगकर्ताओं को डिजिटल डॉक्यूमेंट और इमेजेस की हार्ड कॉपियां बनाने की सुविधा देता है। इंकजेट, लेजर और थर्मल प्रिंटर सहित कई प्रकार के प्रिंटर होते हैं, और ये स्पीड, गुणवत्ता और कॉस्ट के आधार पर भिन्न होते हैं। प्रिंटर कई बिज़नेस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इनका उपयोग चालान, रिपोर्ट और मार्केटिंग कंटेंट (होर्डिंग,पोस्टर,बैनर) को प्रिंट करने जैसे कामो के लिए किया जाता है।
कंप्यूटर का विकास
20वीं सदी के मध्य के बाद से कंप्यूटर का विकास एक सतत प्रक्रिया रही है। पहले कंप्यूटर बड़े और महंगे थे, और कुछ ही संगठन और देश इसका उपयोग कर सकते थे। समय के साथ, टेक्नोलॉजी में प्रगति हुई जिसने छोटे, तेज और अधिक सस्ते कंप्यूटरों को जन्म दिया है।
1970 के दशक में पर्सनल कंप्यूटर का उदय हुआ, जिसने व्यक्तियों को घर या ऑफिस में अपना खुद का कंप्यूटर रखने में सक्षम बनाया। 1980 के दशक में ग्राफिकल यूजर इंटरफेस और पहला व्यावसायिक रूप से सफल डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर लांच किया गया। 1990 के दशक में, इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब ने लोगों के कम्युनिकेशन और इनफार्मेशन तक पहुँच में क्रांति ला दी।
2000 के दशक में, मोबाइल डिवाइस तेजी से लोकप्रिय हो गए, और स्मार्टफोन और टैबलेट के उदय ने तो कंप्यूटिंग के एक नए युग को जन्म दे दिया। क्लाउड कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास का भी कंप्यूटर उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।
कंप्यूटर के फायदे
कंप्यूटर कई तरह के लाभ प्रदान करते हैं जिन्होंने हमारे जीने और काम करने के तरीके को बदल दिया है। यहां कंप्यूटर के कुछ फायदे निम्नलिखित है-
स्पीड एंड एफ्फीसेंसी:- कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा को हाई स्पीड से प्रोसेस कर सकते हैं, किसी भी काम को पूरा करने में लगने वाले समय को ये कम कर सकते हैं।
- सटीकता:- कंप्यूटर मानवीय त्रुटियों को कम करते हुए ज्यादा एक्यूरेसी और कंसिस्टेंसी के साथ काम करते हैं।
- स्टोरेज:- कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा को बिना गवाए स्टोर करने में सक्षम है।
- कम्युनिकेशन:- कंप्यूटर ईमेल, मैसेजिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ईसीली कम्युनिकेशन की दुविधा देते हैं।
- मनोरंजन:- कंप्यूटर गेमिंग, स्ट्रीमिंग और सोशल मीडिया सहित मनोरंजन के व्यापक विकल्प प्रदान करते हैं।
- ऑटोमेटेड:- कंप्यूटर दोहराए जाने वाले कार्यों को ऑटोमेटिकली कर सकते हैं।
- शिक्षा:- कंप्यूटर बड़ी मात्रा में एडुकेशनल कंटेंट तक पहुंच प्रदान करते हैं और सीखने के अनुभव को बढ़ा बढाने का काम करते है।
- इनोवेशन:- कंप्यूटर चिकित्सा, विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में नई तकनीकों के विकास को सक्षम बनाता है।
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कंप्यूटर के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें
- दुनिया के पहले कंप्यूटर को इलेक्ट्रॉनिक न्यूमेरिकल इंटीग्रेटर एंड कंप्यूटर (ENIAC) कहा जाता था और इसे 1946 में बनाया गया था।
- पहला कंप्यूटर माउस का आविष्कार 1964 में डगलस एंगेलबार्ट द्वारा किया गया था और यह लकड़ी का बना था।
- “कंप्यूटर बग” शब्द 1947 में ग्रेस हॉपर द्वारा गढ़ा गया था जब उसने कंप्यूटर रिले में एक कीट को फंसा हुआ पाया।
- दुनिया का पहला कंप्यूटर गेम 1961 में बनाया था, इसे स्पेसवार के नाम से जाना जाता था।
- पहला लैपटॉप 1981 में आविष्कार किया गया था और इसे ओसबोर्न 1 कहा गया था।
- 2021 तक दुनिया के सबसे तेज सुपरकंप्यूटर को फुगाकू कहा जाता है और यह जापान में स्थित है।
- पहला कंप्यूटर वायरस 1983 में रिचर्ड स्क्रेंटा नाम के एक 15 वर्षीय लड़के द्वारा बनाया गया था।
- इंटरनेट चलाने वाला पहला वेब ब्राउज़र 1990 में टिम बर्नर्स-ली द्वारा बनाया गया था।
- पहली गीगाबाइट हार्ड ड्राइव 1980 में आईबीएम द्वारा पेश की गई थी।
- पहली कंप्यूटर प्रोग्रामर एडा लवलेस नाम की एक महिला थी जिसने 1843 में चार्ल्स बैबेज के एनालिटिकल इंजन के लिए दुनिया का पहला कंप्यूटर प्रोग्राम लिखा था।
दोस्तों यहां हमने computer ka full form के बारे में बताया है इसके साथ कंप्यूटर से जुडी अन्य सभी जानकारी भी शेयर की है। अब हमे उम्मीद है की आपको कंप्यूटर फुल फॉर्म के बारे में सभी जानकारी मिल गई होगी।